Legal Question in Real Estate Law in India
दिल्ली में grandfather के नाम एक ३०० गज का प्लाट था जो उन्होंने अपनी कमाई से ख़रीदा था. उनका निधन १९९९ में हो गया था. सन २००१ में सभी भाई बहनों ने मिलकर उस प्रोपर्टी की Relinguishment Deed grandmother के नाम बनवा दी. उसके बाद सन २००२ में छोटे भाई ने धोके से माँ के साथ मिलकर उस प्रोपर्टी की पॉवर ऑफ़ अत्तोर्नी अपने नाम करवा कर हमारी सहमति के बिना वो सारी प्रोपर्टी बेच दी और मुझे उस प्रोपर्टी में से कोई हिस्सा नहीं मिला. अब एक प्लाट जोकि माँ के नाम है वो उसमे मुझे हिस्सा नहीं दे रही है क्या में अब १० वर्ष के बाद उस प्रोपर्टी में से अपना हिस्सा लेने के लिए छोटे भाई तथा माँ पर कोर्ट में मुकदमा कर सकता हु.
4 Answers from Attorneys
You say the property is in the name of grandmother whereas you say your brother and your mother has colluded together and a power was given to your brother. When mother has no right in the property then her power is not valid. So clarify.
as the property was ancestral, your mother or your brother had no right to sell the same as they cannot sell the share of other co owners. the property ought to have been partitioned. you may see the lawyer along with all the documents for a better advice and necessary action, if any.
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