Legal Question in Real Estate Law in India
मेरा प्रश्न ये है की मेरे grandfather के नाम दिल्ली में एक ४०० गज का प्लाट था उनका निधन १९९९ में हो गया था पिताजी का निधन भी २००० में हो गया था अब केवल दादी तथा माँ जीवित है. दादाजी अपने इस प्लाट की कोई विल नहीं कर गए थे. सन २००१ में हम सभी भाई बहन तथा माँ ने मिलकर उस प्लाट की Relinguishment Deed अपनी Grandmother (उम्र ८० वर्ष से अधिक और अनपढ़) के नाम करवा दी. उसके बाद मेरा छोटा भाई दादी को बहला फुसलाकर २२ जून २००२ को बहन के घर ले गया और वहां उसने पॉवर ऑफ़ अत्तोर्नी तथा विल तयैर करके दादी के thumb impression लगवाकर पेपर तैयार करके अगले दिन Sub Registrar ऑफिस लेजाकर वो प्लाट अपने नाम करवा लिया इस साजिस में मेरी माँ का भी हाथ था. इस बात का पता हमें बहुत बाद लगा जब ये बात खुली तो मैंने दादी से झगडा किया तो उसने उस प्रोपर्टी की ८० गज की विल १५ सितम्बर २००२ को मेरे नाम कर दी. उसके बाद छोटे भाई ने ९ मई २००५ को वो पूरा प्लाट मुझसे पूछे बिना बेच दिया तथा तथा मुझे कोई पैसा नहीं दिया और इस इस पुश्तैनी प्रोपर्टी में से मुझे कोई हिस्सा नहीं मिला. जबकि पुश्तैनी प्रोपर्टी पर मेरा पूरा अधिकार है अब मैंने कोर्ट में केस दायर करने की बात कही तो मेरी माँ ने मुझे समझाया की में तुझे अपनी प्रोपर्टी में से ८० गज जगह दूंगी और मैंने उसकी वो बात मान भी ली.
अब उस प्रोपर्टी के बिकने के सात वर्ष बाद एक दूसरा प्लाट जो मेरी माँ के नाम है उसमे से वो मुझे हिस्सा देने से इनकार कर रही है और अपनी मन मर्जी चला रही है. में मजबूर हु क्योकि ये प्लाट माँ के नाम है और में उसके प्लाट पर कोई दावा नहीं कर सकता.
अब मेरा सवाल ये है की माँ ने जो बटवारा किया है उसमे उसने मेरे चारो भाई को हिस्सा दिया है और मुझे कुछ नहीं दिया है. क्या अब २००५ में भाई द्वारा पुश्तैनी जमीन मेरी सहमति के बिना बेचने के सात वर्ष बाद में उस प्रोपर्टी में अपना हिस्सा लेने के लिए कोर्ट में जा सकता हु या नहीं.
1 Answer from Attorneys
agar yeh pushtaini zameen thi toh tumhara bhee barabar ka haq ban sakta hai. lawyer se mil ke poorni baat samjhao aur sahi case file kar sakte ho.
Related Questions & Answers
-
दिल्ली... Asked 5/24/12, 12:03 am in India Real Estate and Real Property